Kumar sambhav said...
sagar sahab aap ne josh me aakar tin bar ek hi chez post kar diye, aur ey koi nai khabr nahi hai, lagta hai net ka estemal haal hi me shuru kiyea hai.jai jai bhadas
23/12/08 11:54 AM
हाँ तो भइया बात कुछ ऐसी है की हम ठहरे मर्द ,अब मर्द है तो जोश तो है ही साथ ही साथ मुद्दा भी दिल जलने वाला है क्योंकि हमको वो विडियो देखने मिला नही !!अब आपमें तो हुम्हे आजतक जोश जैसा कुछ दिखा नही,पर हाँ मर्दों में होता है !! आपका भइया मुझे पता नही ,क्या लफडा है !!और बात पुराणी हो सकती है क्योंकि आप मेट्रो सिटी में बैठे हो ,हम गाँव में !!और रही बात नेट की तो शयद बह भी मर्द है जोश में तीन बार पोस्ट का दी !!आप एक काम करो ब्लॉग लिखके कुछ पैसे मिले हो तो आज डॉक्टर को दिखा लो !!वरना अपने रजनीश जी ये यहाँ मुफ्त सुबिधा उपलब्ध है ! !!
जय जय जय भड़ास
23.12.08
जवान साली फिसल जाती है !
Labels: जवान साली फिसल जाती है
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7 comments:
सागर जी आपने तो उसकी मार ली क्या बात है इतनी भड़ास कहा छुपकर रखते हो,वैसे भी हमने आपको पहेले किसी पर भड़कते हुए नही देखा क्या बात है आपकी गर्लफ्रेंड से फिर लडाई हुई क्या !!
चलो गेंहू के साथ घुन तो पिस्ता ही है !!
जय जय भड़ास
लो आपने एक और काम बड़ा दिया,रजनीश जी को पागलों का डॉक्टर बना दिया !! और क्या हम भडासी पागल ही तो हैं !!
वैसे आपकी ये लेने वाली आदत मुझे नही लगता जायेगी !!
चलो ठीक है फाड़ते जाओ जाओ !!!
जय जय भड़ास!!
भाई!संजयजी भडासी हैं तो जोश तो होगा ही वैसे संभव भाई जोशीले नहीं हैं इसका पता आप को कैसे चला ....और विडियो हाथ लगे तो संजय जी हम भाडासिओं को जरुर दिखाएँ ..
जय जय भडास
jai jai bhadas.........
संजय जी मुझे लगता है कि भड़ास पर भड़ासी डाक्टर जो इलाज करते हैं वो रूपेश जी ही हैं। fight for right/sweet girl नाम से लिखने वाले ब्लागर बड़े प्यारे लगे क्योंकि ये कुंठित लोगों के लिये सही मंच है।
इन्ही उलझे दिमागों में मुहबत के घने लच्छे हैं
हमे पागल hi रहने do हम पागल hi अच्छे हैं .
भाई रजनीश मुझे जानते हैं , परिचेय देने कि जरूरत नहीं आप को
आपकी एक और बेतुकी पोस्ट पढ़ा वैसे आपकी पहले के पोस्ट कि बात hi अलग रही है. मुझे आप कि लेखनी भी पसंद आती है. लेकिन ये बीच में आपने कुछ बहादुरी दिखाई और निरे बेवकूफ नज़र आए.
चलो गुरु मर्दानगी कि नसीहत भी दे दी डॉ. का पता नहीं बताया लगता है पुराना आनाजाना है डॉ. के यहाँ. यार कुछ अच्छी जगह मर्दानगी दिखाओ,
रही बात बड़े और छोटे शहर कि तो भाई में गाओं से आता हूँ, पेट कि आग ने दिल्ली पहुँच दिया.
हा हा गूंगा भी बोला !!!गजब आज पता नहीं किसका मुँह देखकर उठा था !!! मजा आ गया!!
बड़े भैया जिंतना जोश अब आपकी से बगर रहा है अगर पहेले बगरा होता तो कुछ जरुर हो जाता है! और रही मर्दांगनी की बात तो बहुत सी कन्याएं गवाह है की संजय सेन मर्द है !!
और रही बात रजनीश जी की तो बे एक सामाज सेवेक भी है इसलिए आपका काम मुफ्त में बनवा रहा था !!
चलो यार अब जा रहे है मजा आया !!!
वाह माशा अल्लाह संजय जी बाकि मर्दों की तरह आप भी औरतों पर ही मर्दानगी दिखाते हैं, वैसे आप जैसे से यही उम्मीद की जा सकती थी...और हाँ संभव भाई अपनी मर्दानगी की आग बचाए रखे...हमें पता है आप में कितनी आग है पर ऐसे खोखले मर्दाने लोगो पर अपनी मर्दानगी की आग बरसाने की जरुरत नहीं है, कहीं ये झुलस ना जाये....
और ब्लू फिल्म देख के मर्दानगी दिखाने वालो से क्या उलझना.....
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