Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

4.5.11

मौत की आहट (गज़लनुमा गीत)

मौत की आहट (गज़लनुमा गीत)
(सौजन्य-गूगल)

=================

प्यारे दोस्तों,
 

मैं आज भी संगीत जगत में एक शिष्य  हूँ, अतः बड़े ही विनम्र भाव से, मैं  मेरी एक गज़लनुमा गीत-रचना, मेरे ही स्वरांकन-संगीतबद्ध करके पेश कर रहा हूँ । 

इस गीत में, उम्र के चलते, मेरे गायन का रियाज़ कम होने की वजह से, गायकी में, अगर कोई कमी महसूस हो तो कृपया मुझे क्षमा करना ।  

गीतकार-स्वरांकन-संगीत-गायक-मार्कंड दवे ।
 

स्वरायोजन-प्रसुन चौधरी.

=================
मौत की आहट (गज़लनुमा गीत)



DOWNLOAD LINK-

http://www.4shared.com/audio/Z30y-312/maut_ki_aahat.html

=================

हर  साँस  मे  मौत की आहट सुनाई देती  है ।
ज़िंदगी अब तो  गिन-गिन के बदला लेती है ।
 
१.
 
ज़िंदगी   जीने  मे  जो  माहिर  माने  जाते  थे ।
उनको अब जीने की रीत देखो सिखाई जाती है ।
हर साँस मे ...................
 
२.
 
बेआबरु न हो कोई, मैं तो खामोश रहता था ।
कहानी मेरी ही अब मुझ को सुनाई जाती है ।
हर साँस मे ...................

३.
 
मुआफ़  करना  गुस्ताख़ी  अगर  हो  कोई ।
आखरी ख़्वाहिश सभी से तो पूछी जाती है ।
हर साँस मे ...................

http://mktvfilms.blogspot.com/2011/05/blog-post_9627.html

मार्कड दवे ।  मई -२३.२००९.

1 comment:

Alpana Verma said...

बहुत ही अच्छा गाया है आप ने.