Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

30.5.08

pt. suresh neerav

Panditji, laajawab rachna hai, bachchan ban-ne aur nirala banane ka andaz wakai nirala hai.

ye haashya rachana to hai magar vyang bhi behtareen hai.

Mrigendra Maqbool.

2 comments:

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

भाई लोग प्रशंसा-प्रशंसा खेलते हुए जरा अगर ndtv को एक मेल मार दें तो अच्छा होगा वरना कहीं ऐसा न हो कि एक दिन हम लोग जेल से भड़ास आपरेट कर रहें हों......
जय जय भड़ास

Anonymous said...

दोस्तों सही कहा रुपेश भाई ने सो जल्दी से किजिये।
मेल आई. डी. नही मलूम तो एक बार फ़िर से दे रहा हूं।

प्रनव राय :prannoy@ndtv.com
राधिका राय : rroy@ndtv.com