आज के इस दौर में जहाँ राजनीति के आसमान में विघटनकारी धूमकेतु उछल-कूद कर रहे हों, ये ज़रूरी हो जाता है कि देश के बुद्धिजीवी गंभीरता से विचार करें कि आख़िर इसका इलाज क्या है। इसी ज्वलंत विषय पर चिंतन करने के लिए प० रामप्रसाद बिस्मिल फाउंडेशन के तत्वावधान में एक विचार-गोष्ठी का आयोजन शनिवार दि० २५.१०.२००८ को सायं ७.०० बजे गोविन्दपुरम,गाजियाबाद में किया जाएगा जिसमे प० सुरेश नीरव,मृगेंद्र मकबूल,भगवान् सिंह हंस, रजनीकांत राजू,अरविन्द पथिक,रमाकांत पूनम तथा पी० एन० सिंह अपने विचार व्यक्त करेंगे।
मकबूल
23.10.08
विघटनकारी राजनीति ; दिशा और दशा.
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