प्रिय बन्धु
संस्कृतप्रशिक्षणकक्ष्या का तीसरा अभ्यास आज प्रकाशित किया है
इसका लिंक नीचे दे रहा हूँ ।
संस्कृतप्रशिक्षणकक्ष्या - तृतीय: अभ्यास:
आपलोगों की संस्कृत में श्रद्धा यूँ ही बनी रहे इसी आशा के साथ ।।
भवदीय: - आनन्द:
अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
प्रिय बन्धु
संस्कृतप्रशिक्षणकक्ष्या का तीसरा अभ्यास आज प्रकाशित किया है
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