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11.2.08

भड़ास कमाऊ बच्चा बन गया, बाप की आंखें भर आईं

खबर तो आप लोगों की पिछली पोस्ट से ही मिल चुकी होगी लेकिन मैं एक और पोस्ट लिखना चाहूंगा, अपने ब्लागिंग के गुरुओं की खातिर, जिन लोगों ने ब्लागिंग में मेरी काफी मदद दी।

सबसे पहले तो अविनाश जी को, जिन्होंने उन शुरुवाती दिनों में जब ब्लाग शुरू किया था, तब से लेकर आज तक भड़ास को हमेशा अपना समर्थन देते रहे हैं, हिम्मत बढ़ाया करते हैं, हर मुश्किल दौर में साहस का संचार कराया करते हैं.....दिल से धन्यवाद।

दूसरे रवि रतलामी जी, जो हिंदी ब्लागिंग के आदि गुरु माने जाते हैं, ने हिंदी में आनलाइन टाइप करना सिखाया। मेरे मेल के जवाब उन्होंने हमेशा दिए और हर ब्लागर की मदद को तत्पर रहते हैं, उनको भी दिल से धन्यवाद।

तीसरे अपने शुरुवाती भड़ासी साथी, जो अब किन्हीं कारणों से सक्रिय नहीं है, चाहूंगा कि जब गूगल से डालर वाला चेक आए तो उनके साथ एक पार्टी कर सकूं, और वो हैं विकास मिश्रा और रियाज हाशमी। रियाज भाई तो फिर भी मेंबर हैं भड़ास के, पर पंडीजी ने तो ऐसा मुंह फेरा है कि झांकते तक नहीं। इन दोनों साथियों को दिल से धन्यवाद।

डा. रुपेश श्रीवास्तव, अंकित माथुर, सचिन, विशाल, अरविंद, आलोक, गिरीश बिल्लोरे......बाप रे, कितने नाम लिखने होंगे पूरे ढाई सौ......इन सभी भड़ासियों, साथियों को हृदय से धन्यवाद।

और हां, दिलीप मंडल जी को भी जरूर याद करूंगा जो भड़ास की सेकेंड पारी में तो बिलकुल ही गायब हैं लेकिन पहली बारी में इतनी उम्दा बैटिंग की थी की वो भी भड़ासी नाम से कुख्यात हो गए थे। मेरे खयाल से वो कुख्याति का लेबल धोने के लिए इस वक्त तीर्थयात्रा पर हैं.:), दूसरी पारी में थोड़ी देर से जुड़ेंगे भड़ास से।

अरे नहीं.....ये न समझना कि सबको धन्यवाद देकर हिंदी फिल्मों की माफिक हेलीकाप्टर में डालर का बोर लेकर विलेन फरार होने को तैयार है। ये तो बस दिल से आभार है। आज के दौर में जब लोग सराहना करना भूल गए हैं और कमियां निकालने में तत्पर रहते हैं, जी खोलकर तारीफ करने का मन करना भी एक तरह का भड़ास ही है, जिसे दिल पर मत लीजिएगा।

और भइया...अभी तो चेकवा आया भी नहीं, बस उसके आने की उम्मीद में ही आभार आभार चिल्ला रहा हूं, जब आ जायेगा तो क्या होगा? मेरे खयाल से फिर तो मुंह चूम लेना पड़ेगा सभी का....। हा हा हा हा।

5 comments:

विनीत कुमार said...

naam lena bhool gayae kisi ka to bhi saath thankana na bhooliyaega, hum to maaza mango waki party se hai, dollar ki jarurat bhi nahi padegi, rupaiya ma hi kaam chal jaayaega.

PD said...

yashvant ji...
apane is chhote bhadasi bhai ka naam bhul gaye?? :(
aji paiso ka kya hai vo to haathon ka maila hai.. par aapne to naam bhi nahi liya.. agali bhadas aap par hi nikalunga.. :D

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

दादा,पीडी की खोपड़ी खिसक रही है आप पर, मुंह चुमायी जरूर करेंगे ,डालर्स आते ही मुंह धो लीजिएगा सब भड़ासी भाई-भैन लोग........

बाल भवन जबलपुर said...

YASHAVANT JEE
BHADAAS KO BADHAAIYAA
AAP OR DR. SAAHAB KO BHEE

Ashish Maharishi said...

यशवंत भईया मेरी नौकरी का हनीमून खत्‍म होने के कगार पर हूं, बस यही वजह है कि ब्‍लॉग की दुनिया से थोड़ा कट रहा हूं,