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7.6.11

बाबा के प्रति नेता जी की सद्भावना !


बाबा के प्रति नेता जी की सद्भावना !

                                                         'गूगल से साभार ''
बाबा तुम अब तप करो ,रहो हरि के द्वार ,
पंद्रह दिन मत आना  दिल्ली  के दरबार ,
योग गुरु फिर शुरू करो अपना योगाचार  ,
नेताओं  पर  छोड़  दो  देश  का  भ्रष्टाचार . 
                                              शिखा कौशिक 

3 comments:

Shalini kaushik said...

baba yadi aap chahte hain bharshtachar mitana,
sabse pahle swayam me musibat ka samna karne kee himmat lana.

bahut sarthak prastuti.badhai.shikha ji.

Dr Om Prakash Pandey said...

sundar!

तेजवानी गिरधर said...

पहले हजारों लोगों को इकट्ठा काना, फिर उनके पिटने पर औरतों कपडे पहन कर दो घंटे तक दबके रहना और फिर भागने की कोशिश करने वाले बाबा नाटकबाज है