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24.2.08

फाकिरसाहब,का देहावसान: १८ फरवरी,२००८ को पंजाब में हों गया

किसी रंजिश को हवा दो कि मैं ज़िंदा हूँ अभी !!

भड़ास की

और से श्रृद्धांजलि

सुदर्शन-फाकिर को

2 comments:

Unknown said...

puri post dal do guru yhan

Anonymous said...

किसी रंजिश को हवा दो कि मैं ज़िंदा हूँ अभी !!
sach kitane beraham hain ham...