अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
नीचे वाले गरीबी रेखा के दिन काट रहे हैं और ऊपर वाले मजे से दूध मलाई चाट रहे हैं
saari milai ye to chatate or khatehai
तभी तो कहते हैं की " माल मारे गोरखनाथ और भभूत लपेटे चेला."जय जय भड़ास
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saari milai ye to chatate or khatehai
तभी तो कहते हैं की
" माल मारे गोरखनाथ और भभूत लपेटे चेला."
जय जय भड़ास
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