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2.10.08

बापू बाप्पा मोरया - अगले बरस तू जल्दी आ

बापू अलविदा ,अब अगले २ अक्तूबर को याद करेंगे

बापू बप्पा मोरया - अगले वरस तू जल्दी आ

बापू इस साल की छुट्टी के लिए धन्यबाद । अब अगले साल इसी दिन का इंतजार रहेगा उसी दिन फिर से याद कर लेंगे । अबकी बार खास मज़ा नहीं आया क्योंकि ईद भी इस दिन पड़ गयी ,एक छुट्टी कम हो गई ।


वैसे बापू किसी भी बहाने हमने याद तो किया । बापू हमें माफ़ करो हम आपको भुला रह है । हम शर्मिंदा है अपने इस कुक्र्त्य पर , परन्तु हम क्या करे बापू हम चाहे तो भी कुछ नहीं कर सकते क्योंकि हम अहसान फरामोश हो गए है ।


2 comments:

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर said...

time bhee nahi hai faltu ke logo ko yad karne ka

Anonymous said...

भाई,
एहसानफरामोश तो हम सच में हो गए हैं, नही तो शान्ति, अहिंसा,सर्वधर्म समभाव के देश में अशांति ही अशांति, हिंसा ही हिंसा,और धर्म के नाम पर सर्वाधिक लड़ाई,
अच्छा है बापू नही रहा नही तो जिस देश के लिए लोगों की कुर्बानी हुई का हाल देख कर निश्चय ही गोडसे के आने से पहले ही अपनी ईहलीला समाप्त कर लेते.
मगर बापू माफ़ करने की जरुरत नही, क्यूंकि जहाँ ऐसे लोग हैं वहीँ देश के प्रति इमानदारों की भी कमी नही और हमारा देश ईन गिने चुने लोगों से ही चल रहा है ना की समाज के ठेकेदारों की जमात से.
जय जय भड़ास