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7.10.08

मंगल को अमंगल

आज अभी ठीक से दिन की शुरुआत भी नहीं हुई थी कि कांग्रेस के पूर्व जिला प्रवक्ता के निधन का समाचार मिला। साथ में यह सूचना कि उनकी बॉडी सरकारी हॉस्पिटल की मोर्चरी में है। यहाँ बॉडी पोस्ट मार्टम के लिए ही होती है। इस से पहले की पुरी बात मालूम होती दूसरी ख़बर यह मिली कि दो बसों की टक्कर में कई लोग मारे गए। अनेक घायल हो गए। हॉस्पिटल पहुँचा, वहां के हालत जैसे होने थे वैसे ही थे। पांच व्यक्ति मर चुके थे और १५ घायल हॉस्पिटल में थे। मरने वालों के अंग भंग हो चुके थे। उनकी पहचान करके बॉडी उनके परिजनों को दी जारही थी। हर कोई यह कह रहा था कि मंगल को अमंगल हो गया। किसी ने कहा कि पहले नवरात्रों को जोधपुर में हादसा हुआ और आठम को श्रीगंगानगर में। कोई नवरात्रों को भारी बता रहा था किसी ने मंगल को भारी बताया। लेकिन हॉस्पिटल में सबसे अधिक चर्चा कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता की मौत की थी। उनके एक साथी ने धीरे से बताया कि आत्महत्या की है। उनके ही एक दुसरे साथी ने भी यही बताया। वही उनको रात हॉस्पिटल लेकर गए थे। मरने वाले की पत्नी मोर्चरी में आई डॉक्टर ने उसकी तस्सली करवाई की सच मुच उनकी मौत हो गई है। बाद में एक ने फोन करके कहा कि सबको यही कहना है कि मौत हार्ट फ़ेल होने से हुई। इसमे कर भी क्या सकता है। तुलसीबाबा ने सही लिखा है --होई है वही जो राम रची राखा.....

1 comment:

hradesh said...

govind goyal ji aapne jo randheer jha ji ko jawab diya hai wo uchit hai kyoki unhone mere lekh maowadi chale aatanki ki rah par jo comments diye the usse to aatanki ki boo aa rahi thi aapke us randheer jha k comments ka moohn tod jawab dene k liye dhanyawaad.