(चित्र साभार गूगल बाबा से इसके लिये धन्यवाद!)
हंगामा हो गया कि मोदी ने इक मुसलमान से टोपी पहनने से इन्कार कर दिया क्या कोई मुसलमान बगैर खतने के मुसलमान हो सकता है जहां तक मैं सोचता हूं कि नही, नरेन्द्र मोदी इक सशक्त हिन्दू नेता है और आखिर क्यों वो अपनी छवि बदल दे क्या सिर्फ इसलिये की कुछ लोगो को ये पसन्द नही कि कोई हिन्दू नेता अपने लोगो का प्रतिनिधत्व करे, अगर मुसलमान अपनी टोपी , दाढी नही छोड सकता तो फिर हिन्दू अपना हक अपनी पहचान क्यों छोड दे ये बडे दुर्भाग्य का प्रश्न है कि जब हिन्दू अपने प्रतीक चिन्हो को धारण करता है तो यही नेता अधिकतर कांग्रेसी और मुसलमान उसे कट्टरपंथी बता के उसकी आलोचना करते है , इक बात कान खोल के समझ लेनी चाहिये कि जिनकी आस्था देश के बाहर हो वो कभी भी देश के सच्चे समर्थक नही हो सकते उनकी आस्था थाली के बैंगन की तरह लुढ्कती रहती है अगर हमे इक द्रढ राष्ट्र की परिकल्पना बगैर हिन्दुओं की एकता के संभव नही इमारत कितनी भी ऊंची क्यों न हो कभी भी इक द्र्ढ नींव के संभव नही हमे नही भूलना चाहिये कि आज देश के निर्माण के लिये चाणक्य महा गुरु की आवश्यकता है जो चन्द्र्गुप्त को फिर से चक्रवर्ती सम्राट बना सके.
4 comments:
topi pahnne se na koi musalman ho sakta hai na hindu, koi bhi dharm libas par kayam nahin hota,modi ko chahiye ki sabhi ki bhavnao ki kadr kare,koi sawal nahin uthayega
मोदी टोपी पहनते, क्या खो जाता तोर ??
सेक्युलर का काला हृदय, खिट-पिट करता और |
खिट-पिट करता और, उतरती उनकी टोपी |
वोट बैंक की नीत, बघेला बेहद कोपी |
कटते हिन्दू वोट, देख कर हरकत भोंदी |
घंटा पाते और, समर्थक मुस्लिम मोदी ||
कट्टर हिन्दू-मुसल्मा, हैं औरन से नीक |
इंसानियत उसूल है, नहीं छोड़ते लीक |
नहीं छोड़ते लीक, नहीं थाली के बैगन |
लुढ़क गए उस ओर, जिधर जो जमते जन-गन |
मोदी तुझे सलाम, कहीं न तेरा टक्कर |
मूरत अस्वीकार, करे मुस्लिम भी कट्टर ||
very good ravi bhaai i always like your comments thanks
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