कितना उचित है उपजाऊ भूमि पर उद्योग लगाना - तनवीर जाफ़री
यह आलेख अपने चार भाइयों के साथ सृजन गाथा में मौजूद है ।
इस आलेख पर मेरी टिप्पणी है:-"इसी लिए लोग बंजर ज़मीन को भी नही छोड़ते "
22.2.08
सृजनगाथा : प्रसंगवश
Posted by Girish Kumar Billore
Labels: अकादमी, विचार, व्यंग्य, साहित्य अकादमी, सृजनगाथा
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2 comments:
बात में आपकी दम है
ज़मीन कैसी भी हो
कहीं भी हो
कीमत नहीं होती कम है
KYA BAAT HAI
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