भड़ास के संचालक मंडल को नमस्कार, भड़ास की ओर से श्रीमान रजनीश जी ने जो फतवा जारी किया वह एक तरफा है। इस में कोई दो राय नहीं की भड़ास आपका है और आपका ही रहेगा, हम जैसे तो मुसाफिर हैं,आते जाते रहेंगे। मगर जब कोई मंच सार्थक बहस के लिए हो और उसमे कोई भी हिन्दुओं की [ और के बारे में तो कहने की किसी की हिम्मत नहीं है] आस्था और विश्वास को गाली दे तो वह बहस नहीं किसी के दिल तो ठेस पहुँचाना होता है। [ वैसे रजनीश जी गंदे शब्द लिखने को अपनी विद्वता समझते हैं। पता नहीं अपने घर में अपने परिवार के सामने भी यही शब्द इस्तेमाल करते हो। ] भड़ास के कोई नियम कायदे तो है नहीं। कोई किसी बात,मुद्दे पर लिखता है तो बात आगे बढती है। लेकिन श्रीमान रजनीश जी ने तो ऐसे कह दिया जैसे वह महाराज दशरथ के समय पैदा हुये हों।भड़ास के सदस्यों ने आकर इसके महत्व को बढाया है। वे अपना समय निकल कर भड़ास पर पोस्ट करते है। तभी तो आप दुनिया के सबसे बड़े ब्लॉग के संचालक बने वरना दुनिया में करोडों ब्लॉग हैं कीड़े मकोडों की भांति, कौन जानता हैं उनको। घर का सम्मान घर के सभी सदस्यों से होता है, कोई एक कहे की घर मेरे कारण चलता है तो वह गलतफहमी का शिकार है। आदमी कुछ भी पाले मगर ग़लत फहमी ना पाले। रजनीश जी को भी ऐसा ही कुछ हुआ है,उनको शायद कोई काम्प्लेक्स है । जो है उनको बना रहे ,आप बड़े है,अच्छी बात है मगर बड़ा पन नहीं है तो काहे का बड़ा , बड़ा तो दही में पड़ा रहता है। संचालक मंडल से यही कहना है कि वह या तो भड़ास पर लिखने के नियम कायदे तय करे या फ़िर गलती करने वाले को बराबर की "सजा" मिले। रजनीश जी ऐसा नहीं होता कि मीठा मीठा तो अहा!और कड़वा कड़वा थू। थोड़ा लिखा ज्यादा समझना।
11.10.08
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2 comments:
narad ji aap ne sahi baat kahi hai.ki ye phaisla hai nyay nahi.kyoki naya me sadaiv dono paksho ko apna paksh rakhane ka mouka diya jata hai.yaha to turant anan-fanan me niskasan ka fatva jari kar diya gaya.aisa laga ki inko jald barkast nahi kiya gaya to inke vicharo se koi kranti na jaye.khair maine suna hai ki jab savarkar ji landan me the to vahaki kisi adalat ne unke likhe lekho ko tems nadi me bahane ka aadesh diya jis pr kisi angreji akhabaar ne likha ki savrakar ji ke in lekho se tems nadi me bhi bad aa jayegi.khair fatva jari karane vaale rajnees ke liye hamari sadbhavnaaye.khuda kare ki rajneesh aur unka sanchalak mandal salamat rahe jisase aur bhi bhartya nagriko ke samvaidhinik aur manavta ke adhikaro ko kunthit karte rahe.
m aine is post" ye faisala hai nyay nahi" ko aaj bhee post kiya tha 2 baar. isko dono baat hata diya gya.fir karunga or fir karunga karta rahunga
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