--- चुटकी----
गाँधी जी के पद चिह्नों
पर चल प्यारे
दूसरा गाल भी पड़ौसी
के आगे कर प्यारे,
अहिंसा परमो धर्म है
रटना तू प्यारे
एक तमाचा और
पड़ौसी जब मारे,
ये बटेर हाथ में तेरे
फ़िर नही आनी है
लगे हाथ तू
देश का सौदा कर प्यारे।
--- गोविन्द गोयल, श्रीगंगानगर
1 comment:
जिस देश में लोग अपने माँ बाप को गली देने में गोरव महसूस करते हैं, उनसे राष्ट्रपिता पर बस चुटकी कि आशा कर सकते हैं
जय जय भड़ास
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