देहरादून। प्रदेश में पेट्रोल व चीनी के दाम भले ही बढते जा रहे हों लेकिन कडाके की ठंड में दून वासियों को मात्रा २६ रूपये किलो में मुर्गी का आनन्द मिल रहा है। मांस के शौकिनों के लिये इस समय गाडी में पेट्रोल डलाने के बजाय मुर्गी खाना ज्यादा पसंद किया जा रहा है। लगातार बढती जा रही महंगाई की खपत से जहां आम जनमानस दाल चीनी व अन्य खाद्य सामग्रियों के बढते रेटों से दुखी है। वहीं मुर्गी के रेटों में की गई बेहताशा कटौती में मांस खाने वाले शौकिनों के जायके को दो गुना कर दिया है। बीते दो दिनों से राजधनी देहरादून के ;चुक्खूमोहल्लाद्ध सहित कई चिकन सेंटरों में मात्रा २६ रूपये किलों की कीमत से मुर्गी खरीदने वालों की लंबी कतारें लग रही हैं और अकेले देहरादून में ही हजारों मुर्गियों की बढती डिमांड को चिकन सेंटर वाले पूर ानहीं कर पा रहे सुबह से ही इन दुकानों पर मुर्गी खरीद का क्रम शुरू हो जाता है जो देर शाम तक जारी रहता है लेकिन शाम होते-होते किसी भी चिकन सेंटर पर मुर्गी उपलब्ध् न होने के कारण चिकन के शौकिनों को वापस भी लौटना पड रहा है। एक तरपफ जहां कडाके की ठंड में चाय की चुस्की लेने के लिये ग्राहकों को ४५ रूपये एक किलो चीनी की एवज में खर्च करने पड रहे हैं। वहीं मुर्गी के घटे हुए दामों ने कई लोगों की बांछो को खिलाकर रख दिया है। सुबह होते ही कई लोग शाम को खाने के जुगाड में इन दिनों मुर्गी का स्वाद ले रहे हैं। मुर्गी के कम हुए दामों को लेकर चुक्खू मोहल्ला निवासी अनिल का सापफ कहना है कि एक तरफ जहां चीनी ४५ रूपये किलो औश्र पेट्रोल की बढती कीमत में इजाफ हो रहा है वहीं कडाके की ठंड में रोजाना मुर्गी का आनंद मात्रा २६ रूपये किलो में मिलना बेहद मुफीद साबित हो रहा है। वह अपने दास्तों के साथ रोजाना शाम ढलते ही मुर्गी का आनंद ले रहे हैं। जाखन निवासी सुमित का कहना है जैसे ही उन्हें २६ रूपये किलो में मुर्गी मिलने की जानकारी मिली तो उन्होंने करीब आध दर्जन मुर्गियां एडवांस में ही खरीदकर रख ली और दोस्तों के साथ मुर्गी का आनंद लिया। बढते हुए चीनी व पेट्रोल के दामों से मुर्गी के घटते हुए रेट उनके लिये दोस्तों के साथ पार्टी जाने में भी खासी पफायदे का सौदा हैं। रोजाना दून में मुर्गियों की लगातार बढती बिक्री से चिकन सेंटर वाले भी खासे उत्साहित हैं। उनका कहना है कि कडाके की ठंड में मुर्गी की बढती बिक्री से उनका ध्ंध भी चार गुना बढ गया है। लेकिन इसके बाद भी वे ग्राहकों की बढती डिमांड को रोजाना पूरा नहीं कर पा रहे।
7.1.10
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2 comments:
भाई जी कम से कम एक मुर्गी का फोटो तो डाल ही देते. आलू 55 में ५ केजी. मटर ४५, सिमला मिर्च ६०. और बेचारी मुर्गी २६
वाह क्या बात है.
sasti kitani bhi ho jay lekin kya aap murgi se chay bana kar pi sakate hai kya tulana saman chijo se ki jaati hain
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