नाम : मनीषा नारायण
उम्र : ३० वर्ष
शिक्षा : स्नातक( तमिल,तेलुगु,कन्नड़,मलयालम,तुलु,मराठी,गुजराती,हिंदी भाषाएं लिख-पढ़ सकती हैं; अंग्रेजी से मोहभंग)
रंग : साफ़ गेंहुआ
कद : ५’५"
व्यवसाय : भिक्षा एवं कमर्शियल सेक्स वर्कर
मासिक आय : १५०००-२०००० रु.(अनुमानित)
अतिरिक्त गतिविधियां : भड़ास(दुनिया के सबसे बड़े हिंदी ब्लाग की सलाहकार), अर्धसत्य(लैंगिक विकलांग यानि हिजड़ों के दुनिया के एकमात्र हिंदी ब्लाग की माडरेटर)
विशेष : मेडिकल जांच से पता चला है कि अंदरूनी अंग स्त्रैण किंतु अल्प विकसित हैं बाह्य जननांग अनुपस्थित है जिस कारण लैंगिक विकलांगता है।
चूंकि अब हमारे देश में विवाह के अतिरिक्त "लिव इन रिलेशनशिप" को भी कानूनी मान्यता मिल चुकी है अतः जो भी उदार मना इस संबंध में इच्छुक हों मेहरबानी करके भड़ास के माध्यम से अपने बारे में जानकारी देते हुए सूचित करें । जाति ,धर्म, भाषा, क्षेत्र, लिंग आदि आदि इत्यादि जैसा कोई बंधन नही है।
4 comments:
आपा,
बधाई रामदौस को की हमारी दीदी और दीदी जैसी के लिए रिश्ते आने के मार्ग प्रशस्त हुए, देखना है की लिव इन रिलेशन के लिए कौन कौन से लोग आगे आते हैं या फ़िर रामदौस ही इक्षुक हैं, मगर रिश्ते की मंजूरी मुझे से भी लेना,
भाई हूँ तो रिश्ते को जांच परख तो करना ही होगा.
बच्चों अभी तक चार सौ लोग भड़ास पर आ चुके हैं और चौदह लोग इस समय आनलाइन हैं पर इस पोस्ट पर कोई टिप्पणी करने की भी हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। इन बातों को जी पाने के लिये भड़ास को दिल में उतारना पड़ता है न कि जाति-धर्म जैसे टुच्चे मुद्दों की जुगाली करके एक दूसरे कॊ गाली देना। जियो मेरे बच्चों और इसी तरह से जियो यही सही है मेरे हिसाब से किसी को जमे या न जमे।
भड़ास ज़िन्दाबाद
चचा,
दीदी और दीदी जैसी तमाम हमारे समाज के पीड़ित बच्चे के लिए ये सफेदपोश कभी मुहँ भी नही खोलेंगे, इनको तो बस राम राम, अल्लाह अल्लाह कर कराके लोगों में वैमनष्यता जो फैलानी है, देश के नौनिहाल की बात करना इनके लिए गुनाह है, मगर चचा कसम भडास की मैंने मनीषा दीदी को दीदी माना है तो बाक़ी सारे लैंगिक विकलांग को भी ह्रदय से लगाने के लिए तत्पर हूँ और इनकी लड़ाई में अग्रणी भी रहूँगा,
बाक़ी टुच्चे से आप कोई उम्मीद नही करें क्यूंकि इनको शरीफ बनना है चाहे शराफत का लबादा ओढ़ कर कितना भी दुष्कर्म कर लें.
जय जय भड़ास
kis neta se jugad baith jaye to ban jayegi jodi number one
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