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3.10.08

वीर सावरकर व शिवाजी की राह पर बजरंग दल

  • हृदेश अग्रवाल
भारत में जब एक समय ऐसा आया कि मुगलों ने भारत को अपने पंजों में जकड़ रखा था तब हमारे देश पर खतरे के बाद मंडराने लगे थे लगने लगा था कि मानो अब हिन्दुस्तान से हिन्दुओं का नामो-निशान बिल्कुल ही खत्म दिया जाएगा। हमारी माताएं-बहनें घर से निकलने में कतराने लगी थीं कि घर से बाहर कदम रखने पर ऐसा न हो कि कहीं कोई मुगल शासन हमें उठाकर मुगलों के कदमों में न डाल दे। ओर तो ओर हिन्दुओं के मंदिरों को तोड़ा जा रहा था जिस जगह हमारा भगवान सुरक्षित नहीं था तो हमारी माता-बहनें कैसे सुरक्षित रहतीं, हिन्दु सिर्फ यही प्रार्थना करते कि हे भगवान क्या हमारी रक्षा के लिए कोई नहीं आएगा क्या हम इन मुगलों के शासनकाल में ऐसे ही जिएंगे। तब कहीं जाकर भगवान ने हिन्दुओं की सुनी और हमारे देश में एक बार फिर उन मां ने ऐसे सपूतों को जन्म दिया जिन्हें हम नहीं बल्कि समूचा भारत उन्हें वीर सावरकर और वीर शिवाजी के नाम से जानता है जिन्होंने न सिर्फ हिन्दुओं को एक नई पहचान दी बल्कि हिन्दुस्तान में मुगलों के पंजों से अपने प्यारे वतन को छुड़ाने की भी आस जागी वहीं हिन्दू मंदिरों में जाकर पूजा-र्चना भी करने लगे थे क्योंकि उन्हें मालूम था कि अब भारत मां की रक्षा व मुगलों को मुंह तोड़ जबाव देने के लिए वो सपूत आगे आए हैं जिन पर आगे चलकर पूरी भारत को गर्व होगा, और हर मां यही सोचेगी काश मेरी कोक से भी वीर सावरकर व वीर शिवाजी जैसे सपूत जन्म लें और भारत मां की रक्षा के लिए शहीद हो जाएं।अगर सावरकर जी व शिवाजी जैसे हिन्दु रक्षक आगे नहीं आए होते तो हम हिन्दु आज भी किसी मुस्लमान के यहां उनकी जी-हजूरी कर रहे होते और हमारी माता-बहनें आज भी असुरक्षित होतीं।मैं यही कहना चाहूंगा भाई रजनीश के झा से कि वह यह कहना बंद कर दें कि बजरंग दल हिन्दुओं का ठेकेदार नहीं बल्कि देश का सबसे बड़ा आतंकवादी संगठन है क्योंकि इन्हीं के वजह से आज हम देश में आजाद घूमते नजर आ रहे हैं, और जैसा कि आपने कहा है कि बजरंग दल वाले तो जयचंद के वारिस हैं जिन्होंने गद्दी के लिए पृथ्वीराज चैहान को अपने फायदे के लिए बेच दिया तो भाई रजनीश के झा जी आपको यह भी मालूम होना चाहिए कि पृथ्वीराज चैहान को हम एक वीर योद्धा के रूप में जानते हैं वही जयचंद को एक गद्दार के रूप में क्योंकि जयचंद ने अपने देश गद्दारी की थी।वहीं बजरंग दल देश के साथ गद्दारी नहीं बल्कि भारत मां की रक्षा व हिन्दुओं की रक्षा के लिए वह लड़ता है व अपना खून बहाकर भी देश की रक्षा करता है, ताकि उनके इस बलिदान को आगे आने वाली हिन्दू पीड़ियां याद रखें। तो भाई रजनीश कृपया आप बजरंग दल को आतंकी संगठन न कहकर एक देश भक्त संगठन कहें।इसी पर एक चर्चा हुई बजरंग दल के पूर्व जिला सहसंयोजक बालिस्ता रावत से जिस पर उन्होंने कहा कि हमारे देश में अगर आतंकवादियों से लड़ने व हिन्दुओं की रक्षा के लिए कोई सबसे बड़ी ताकत अगर है तो वो है विश्व हिन्दु परिषद व बजरंग दल ये गद्दार संगठन नहीं हो सकते बल्कि ये तो देश भक्त संगठन हैं वीर सावरकर व वीर शिवाजी की तरह इस पर बालिस्ता रावत ने इन शहीदों की याद में एक गीत लिखा है जिसकी कुछ पंक्तियां हैं:-


जागो तो एक बार हिन्दु जागो तो

जागी थी जब झांसी की रानी, झूब लड़ी पर हार न मानी

चमक उठी तलवार हिन्दू जागो तो

जागो तो एक बार हिन्दु जागो तो....


जागे थे सावरकर प्यारे, असबंली में लग गए नारे

पलट गई सरकार, हिन्दू जागो तो

जागो तो एक बार हिन्दु जागो तो.....

10 comments:

shiv mangal singh said...

jage the savarkar pyare nahi hai
jage the bhagat singh pyare assembly mai lag gaye naare hai.

rajendra said...

lagata hia ki aapke man me rss ke desh ko kamjor karne wale vichar kut-kut kar bhare hai.

Anonymous said...

priya hrdesh ji apke vichar bilkul uchit aur tarkik h.puri duniya me sahyad bharat hi ek matra aisa desh h jaha bahusankhyak hone ke bad bhi hindu muslman aur esaieo ke utpidan ke shikar h.apki yah bat bhi sahi h ki savrkar aur shivaji ki santano ke jag ne ka samay ab aa gaya hai.agar ham ab bhi nahi jage to vah din door nahi jab in atychari muslim aur esaee komo ki sajish ka shikar ho kr hindu samaj sirf etihas ke panno me hi rah jaye.rss desh ka ek matra vah sangthan hai jo sirf desh ke liye jeeta aur marta hai. apka dhirendra

Anonymous said...

priya hrdesh ji apke vichar bilkul uchit aur tarkik h.puri duniya me sahyad bharat hi ek matra aisa desh h jaha bahusankhyak hone ke bad bhi hindu muslman aur esaieo ke utpidan ke shikar h.apki yah bat bhi sahi h ki savrkar aur shivaji ki santano ke jag ne ka samay ab aa gaya hai.agar ham ab bhi nahi jage to vah din door nahi jab in atychari muslim aur esaee komo ki sajish ka shikar ho kr hindu samaj sirf etihas ke panno me hi rah jaye.rss desh ka ek matra vah sangthan hai jo sirf desh ke liye jeeta aur marta hai. apka dhirendra

Unknown said...

काश डॉ. संदीप पाण्डेय वाकई अकेले पड़ जायें तो इस देश में हिंदू- मुसलमान दोनों का भला हो जाएगा... अब ज़रा एक नज़र इधर भी डालें (http://hindi-cns.blogspot.com/2008/09/blog-post_8604.html), तुष्टिकरण की इन्तहा है, कभी कभी एक कौम के लिए ज़रूरत से ज़्यादा चाशनी में डूबा हुआ लेख, किसी न किसी षडयंत्र की बू देता है, पता नही ये हिंदू वादी संगठनों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं , या ध्रुवीकरण करके इनको और मज़बूत बनाना चाहते हैं.

कितनी बार लेख में इन्होने ख़ुद ही कहा है ....बम विस्फोट के लिए चाहे जो भी जिम्मेदार हो..... जो भी आतंकवादी घटनाओं को अंजाम दे रहा हो इस बात में तो कोई संदेह नहीं है कि सांप्रदायिक आधार पर मतों का जो ध्रुवीकरण हो रहा है ..... बिल्कुल सही, लगता है भाजपा ने इस बार यह काम इन्हे ही सौंप दिया है कि आप उगलो आग हिंदुयों के ख़िलाफ़ और हिंदू और ज्यादा मजबूती से हमे वोट दे ....

माना, हिंदू जिम्मेदार है आतंकी घटनाओं का, पर ऐसे तो इल्जाम लगाना तो नफरत और बढ़ाएगा, बात कुछ हज़म नही होती कि विदेशियों ने कोई साजिश रची ही नही इस देश में नफरत फैलाने कि इनके हिसाब से तो दुनियाभर में आतंकी गतिविधियाँ हिंदुस्तान के हिंदू कर रहे हैं .... ऐसे लोगो कि खालिश कल्पनाओं से न केवल हिंदुयों को बचना होगा बल्कि मुसलमानों को तो इनके खैरात कि दरियादिली से बिल्कुल ही किनारा कर लेना पड़ेगा .....

Anonymous said...

काश डॉ. संदीप पाण्डेय वाकई अकेले पड़ जायें तो इस देश में हिंदू- मुसलमान दोनों का भला हो जाएगा... अब ज़रा एक नज़र इधर भी डालें (http://hindi-cns.blogspot.com/2008/09/blog-post_8604.html), तुष्टिकरण की इन्तहा है, कभी कभी एक कौम के लिए ज़रूरत से ज़्यादा चाशनी में डूबा हुआ लेख, किसी न किसी षडयंत्र की बू देता है, पता नही ये हिंदू वादी संगठनों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं , या ध्रुवीकरण करके इनको और मज़बूत बनाना चाहते हैं.

कितनी बार लेख में इन्होने ख़ुद ही कहा है ....बम विस्फोट के लिए चाहे जो भी जिम्मेदार हो..... जो भी आतंकवादी घटनाओं को अंजाम दे रहा हो इस बात में तो कोई संदेह नहीं है कि सांप्रदायिक आधार पर मतों का जो ध्रुवीकरण हो रहा है ..... बिल्कुल सही, लगता है भाजपा ने इस बार यह काम इन्हे ही सौंप दिया है कि आप उगलो आग हिंदुयों के ख़िलाफ़ और हिंदू और ज्यादा मजबूती से हमे वोट दे ....

माना, हिंदू जिम्मेदार है आतंकी घटनाओं का, पर ऐसे तो इल्जाम लगाना तो नफरत और बढ़ाएगा, बात कुछ हज़म नही होती कि विदेशियों ने कोई साजिश रची ही नही इस देश में नफरत फैलाने कि इनके हिसाब से तो दुनियाभर में आतंकी गतिविधियाँ हिंदुस्तान के हिंदू कर रहे हैं .... ऐसे लोगो कि खालिश कल्पनाओं से न केवल हिंदुयों को बचना होगा बल्कि मुसलमानों को तो इनके खैरात कि दरियादिली से बिल्कुल ही किनारा कर लेना पड़ेगा .....

RAJNISH PARIHAR said...

बलकुल ठीक लिखा हा आपने ...आज बजरंग दल और आर एस एस के कारन ह हम सुरक्षत है वरना तो कभी के डूब गए होते......ये पहला देश हा जहाँ हम बहुसंख्यक होते हुए भी डर कर..... जी... रहे है...और हमारे नेता साले सब के सब वोट ..... बैंक चमकाने में लगे है असे में को उम्मद भी करे तो किस से करें....? रजनीश......

Anonymous said...

hardesh Ji

App bhadasi hi hai isse jayada shayad kush nahi. ek hidusthani hone ke nate aap hidu-muslim jaisi baat nah karni chahiye. appki pichle lekh pade but isman Bhadkaooo chij jayada hai. kam se kam appse aisi umeed nahi. App bhdasi ho to bhadas nikalo but DHARM ko beech main mat lao.

Miss Manjuraj Thakur
SubEditor www.narmadanchal.in

Dreamer said...

गोयल साहेब,
अपने ग़लत ज्ञान को किसी भी पब्लिक फॉरम मैं देना सर्वथा अनुचित है......

आतंकवाद की शुरुआत इस देश मैं जिन लोगों ने की आप उन्हें ना केवल महान के श्रेणी मैं रख रहे हैं परन्तु धरम के नाम पर राज करने की असफल कोशिश करने वालों को आप हमारी सभ्यता के रक्षक भी बना रहे हैं....

दो नाम जो आपने लिए हैं; वो दोनों ही हमारे देश के सामाजिक विघटन के जिम्मेदार हैं ........ मुगलों को दक्षिण का रास्ता शिवाजी ने अपने छिछोरी हरकतों से दिया और हेडगेवार वो हैं जिनके कारण देश दो हिस्सों मैं बट गया, आज का पकिस्तान ही असल हिंदू (इंदु नदी और हिमालय) सभ्यता का जनम स्थल हैं परन्तु श्री मान्यवर हेडगेवार जी को अंग्रेजों से मतलब नही था वो तो धर्म से सत्ता पाने की असफल कोशिश मैं लगे रहे....और सही तरीके से सही जगह पर पहुँच भी गए.....

जन्म से मैं ब्राम्हण हूँ और हिंदू सभ्यता और संस्कृति को जानता भी हूँ , दुर्भाग्य से बीसवीं सदी मैं बनियों ने धरम का ठेका ले लिया और आज, सिंघल, तोगारिया, कटियार जैसे दो कोरी के लोगों को लगता है की वो देश पर शाशन धर्म के रस्ते से करेंगे ......श्रीमत हेडगेवार की दुर्दशा देखने के बाद भी कोई अगर ये ना समझे की हिनुस्तानियों को अच्छा शाशक चाहिए, चाहे वो किसी भी धरम का हो ......धरम के ठेकेदार बस अपनी कुंठाओं मैं भर कर जो भी आग लगायें आम आदमी को न उससे सरोकार है , न ही था ना ही होगा.......

साग्रह निवेदन हैं की लाखों साल पुराणी सभ्यता का ठेकेदार न ही कोई था न है न ही होगा.......

बुरा न माने सही लेखकों का, विद्वानों का लेखन पढ़े न की ये बजरंग, आर एस एस और पता नही कौन कौन पार्टियों का, जो की धार्मिक नही राजनितिक पार्टियाँ है और धरम से इनका कोई लेना देना नही है.....

शिक्षित बेरोजगारों को भरका कर , हिंदू संघटन भी आतंकवादी ही पैदा कर रहे हैं जैसे की इस्लामिक संगठन ....और सच मने तो दोनों एक ही थाली के छाते बट्टे हैं .....

प्रणाम

रंधीर

inder said...

हृदेश भाई हिन्दू कभी सोया नहीं, वो अत्यंत सहिष्णु और छोटी-छोटी बातों को लेकर प्रतिरोध दर्ज न करना उसका संस्कार है। वीर सावरकर और शिवाजी जैसे सैकडाें वीरों ने इस देश की अस्मिता की रक्षा की है। हमें उन पर गर्व है। ये देश हिन्दुओं का है। रणधीर जी के ब्राह्मण होने पर मुझे शक होता है। शिवाजी व हेडगेवार जैसे देशभक्तों को को विघटनकारी कहने स्वयं को किस पैमाने पर तोलते हैं? आतंकवादियों ने भी शिवाजी को कभी विघटनकारी नहीं कहा होगा। उनकी टिप्पणी अत्यंत निंदनीय है। 'शेम ऑन यू'। शर्म आनी चाहिए ऐसे भारतीय होने पर जो शूरवीर बुजुर्गों को आतंकवादियों की अत्यंत निम्न स्तरीय श्रेणी में रखते हैं।
ये देश हिन्दुओं का है। सैकडाें साल मुस्लिम शासकों ने इस पर राज किया। यहां की धर्म-संस्कृति का नष्ट किया। मंदिरों को तोडा। हिन्दुओं को जबरन मुसलमान बनाया। हिन्दुओं की माताओं और बहनों की इज्जत को लूटा। उन्होंने इस देश का बलात्कार किया है। बलात्कारी इस मातृभूमि से प्रेम नहीं करते हैं। सेकुलरिज्म की बात करने वालों और अकबर को महान कहने वालों ये बताओ की अकबर ने तो हिन्दू लडक़ी से शादी कर मिसाल पेश की। लेकिन उसने अपनी बहन-बेटी की शादी किसी हिन्दू से क्यों नहीं की? आज देश आतंकवाद की जद में है। ये आतंकवादी कौन हैं? इनका चेहरा भी पहचानो। मानता हूं कि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता लेकिन अधिक एक धर्म विशेष से ही क्यों हैं? क्योंकि उन्हें इस मिट्टी से प्रेम नहीं है। क्योंकि उनका दिल आज भी भी स्वयं को प्रवासी लूटरा मानता है जो इस देश को लूटना चाहता है।
धर्मनिरपेक्षता की बोली बोलने वालो इन धर्मांधों की फटी नीयत और नीति को भी समझो जो एक और पाकिस्तान बनाने पर तुले है। भगवान सद्बुध्दि दे!!!!!!!!!!!