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14.10.08

BREAKING NEWS: 'हमारे प्यारे हिन्दी न्यूज़ चैनल्स'

आज की तारीख में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने अपने लिए एक अलग स्थान बना लिया है लोगों की ज़िन्दगी में। आज से कई वर्ष पहले जब टीवी न्यूज़ चैनलों की शुरुआत हुई थी, लोगों को लगा कि एक आधुनिक भारत की शुरुआत हुई है और इससे वे देश-दुनिया से जुड़े रहेंगे। तब से अब तक मीडिया ने बहुत बदलाव देखे हैं, लेकिन तब भी मीडिया का काम लोगों को जागरूक करना था और आज भी वे जागरूक ही करते हैं, लेकिन कुछ अलग अंदाज़ में।
आज का हिन्दी मीडिया 'टीआरपी' और 'ब्रेकिंग न्यूज़ 'की दौड़ में जमे रहने के लिए कई बार ऐसी चीजे दिखा देता है जिसको देखकर आप हंस पड़ेंगे ! क्या आप उम्मीद करेंगे जो चैनल आप देखते है उसमे न्यूज़ का चीरहरण हो जाता है। मै किसी न्यूज़ चैनल के खिलाफ नही बोल रहा मुझे भी जो दिखा वो मैने लिखा । मुझसे किसी ने कुछ साल पहले कहा था की – ‘भविष्य में मीडिया का ऐसा हाल होगा अगर किसी के यहाँ एक ग्लास भी टूटेगा तो वो न्यूज़ मै आ जायेगा' आज शायद वही हो रहा है? पर क्या ये जरुरी है शायद हा भी और न भी । आज सभी जानते है की मीडिया ने समाज में अपनी अलग पहचान बनाई है । कई चैनल्स ने तो कॉमेडी को न्यूज़ का हिस्सा बना दिया है शायद चैनल्स भूल न जाए की प्रोडक्ट है तो कंपनी चलेगी उसी तरह अगर चैनल्स में न्यूज़ कंटेंट नही है तो वो चैनल कैसे चलेगा ।
किसी भी चीज को हम सनसनीखेज बनाकर दिखाते है 'दुनिया नष्ट हो जायेगी' ये प्रोग्राम मैंने किसी न्यूज़ चैनल पर एक महीने पहले देखा था मगर मुझे समझ में नही आ रहा दुनिया अभी तक ख़त्म क्यो नही हुई। चाहे जो भी हो सिक्के के दो पहलु होते है –
अच्छा और बुरा । पर लोग जागरूक हो रहे है और समय के साथ बदलना तो मीड़िया की फितरत रही है । न्यूज़ चैनल्स को कंटेंट के बदलाव के बारे मे सोचना होगा खासतौर से हिन्दी न्यूज़ चैनल्स को। ऐसे न्यूज़ चैनल्स की तो लिस्ट है जो कंटेंट की जगह न्यूज़ को मसालेदार तड़का लगाकर लोगो को परोसते है । और आज ये तीनो चैनल नम्बर १ की पोजिशन में है । मैंने इन फोटोस से चैनल्स के लोगो हटा दिए है क्योकि मेरी किसी भी न्यूज़ चैनल से दुश्मनी या बैर नही है जो चैनल में देखा है वही लिखा और दिखाया है ।

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