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2.10.08

बुद्धिजीवियों में पंचर


एक सर्वे से पता चला है की हिंदुस्तान में तथाकथित बुद्धिजीवियों में सर्वाधिक पंचर पाये जाते हैं । हम हिन्दुस्तानी अक्सर उस पर विश्वास करते हैं जो हमारी पहुँच से बाहर होता है चाहे हमें उसके लिए कोई भी कीमत चुकानी पड़े । उदहारण के लिए अमिताभ बच्चन ,शाहरुख़ खान,ऐश्वर्य राय , प्रीतीजिंटा या सचिन तेंदुलकर ये हमारे वो सलाहाकार हैं जिनकी सलाह पर हम अपने लिए वस्तुओं का चयन करते हैं, चाहे कोल्डड्रिंक हो साबुन हो होम अप्प्लिंस हो या फिर सोना चांदी च्वनप्राश ये लोग अगर हमें कह दें की यही चीज़ सबसे बेहतर है तो हम उसे अपनाने में देर नही करते चाहे परिणाम जो भी हो । यही लोग हमारे देश से गरीबी हटाने के लिए भी वचन बद्ध हैं इसीलिए समय समय पर कौन बनेगा करोड़पति या आप पांचवी पास से तेज़ हैं और दस का दम जैसे गरीबी हटाओ आन्दोलन चलाते रहते हैं और देखिये कमाल की इनका आन्दोलन इश्वर की कृपा से सफल भी होता है इनकी गरीबी दूर होती रहेती है और हमारे हिन्दुस्तानी बुद्धिजीवी इनकी चर्चा करते नही थकते वो भूल जाते हैं की गरीबी किसकी दूर हो रही है। लेकिन पंचर वहां होता है जब इन्ही लोगों में से कोई उन जैसा व्यक्ति एक ऐसे मौके के बारे में बताता है जिसमे सबकी भलाई छिपी हो। वो अगर कहे की मेरे पास एक मौका है जिसके ज़रिये हम और मिलके अच्छा पैसा कमा सकते हैं तो बुद्धि साथ देना छोड़ देती है और समझा देती है की ये कोइ स्कीम या कुछ है और उस बारे में सीरियसली नही सोचते । सारी हवा निकल जाती है और बेचारे बुद्धिजीवी फिर से समाज को कोसने में लग जाते हैं । ये सर्वे

www.rvkassociates.blogspot.com

ने अपने विश्वस्त सूत्रों से प्राप्त किया है

आप सभी पत्रकार भाइयों से एक सवाल ..............

आप में से कितने पत्रकार भाई ऐसे हैं जिनके पास सिर्फ़ पत्र है कार नही है और कितने ऐसे हैं जिनके पास कार तो है पर उन्हें वो नही चाहिए । जवाब आपको खुद मिल जाएगा

अगर पत्र है और कार चाहिए तो हम आपकी मदद करेंगे । अगर कार है और वो नही चाहिए तो भी ।

ज़रूरत है तो सिर्फ़ सोच बदलने की एक बार बात को समझने की , विश्वास एक ऐसे इंसान पर करने की जो आप जैसा ही है आप जैसी सोच भी रखता है और सबसे बड़ी बात आपकी पहुँच में भी है । आप जब चाहे उसे संपर्क कर सकते हैं । तो जो काम आप चाहे और कर भी सकते हैं तो करते क्योँ नही । हम आपका स्वागत करेंगे । आपका दोस्त विवेक चौधरी

2 comments:

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर said...

sir jee sidhe sidhe batao naa kaise,pahale to aap meri madad karo, fir dekho sab aapke paas line lagakar aayengen.ye naradmunig ka vachan hai.

meraonlinebollywood said...

narad muni jee mujhe line lagwane ki koi khwahish nahi hai mein to sirf itna chahta hoon ki kisi ek aap jaise samajhdaar aadmi ke hi netra khul jaayen. waise mere blog par meri poori contact details hain aap jab chahe mujhe contact kar sakte hain aapka intzaar rahega